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सिबिल का फुल-फॉर्म है क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड। यह एक क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी है। यह भारत के चार क्रेडिट ब्यूरो में से एक है। सिबिल 60 करोड़ व्यक्तियों और 3.2 करोड़ व्यवसायों की क्रेडिट जानकारी की देखरेख करता है।
सिबिल लोन प्रक्रिया में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब आप पर्सनल लोन के लिए बैंक या एनबीएफसी से आवेदन करते हैं तो आपकी क्रेडिट प्रोफाइल का आकलन होता है। यह जानकारी सिबिल ब्यूरो से मिलती है। सिबिल रिपोर्ट में आपके सारे लोन और क्रेडिट कार्ड की जानकारी होती है। किसी भी व्यक्ति के सिबिल स्कोर की गणना उसके सिबिल रिपोर्ट के आधार पर होती है।
आपका सिबिल स्कोर आपके रीपेमेंट इतिहास और क्रेडिट संबंधित गतिविधियों से निर्धारित होता है। अच्छा सिबिल स्कोर यह दर्शाता है कि व्यक्ति भरोसेमंद उधारकर्ता है जिसकी वजह से उसे कम ब्याज दर पर लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
सिबिल ब्यूरो बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों से आपकी लोन और क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेते हैं और सिबिल रिपोर्ट बनाते है। इसमें सारी जानकारी होती है जैसे आपका रीपेमेंट इतिहास, कितने लोन चल रहे हैं, आपने कहाँ-कहाँ आवेदन दिया है, आदि।
इस रिपोर्ट के आधार पर आपको सिबिल स्कोर दिया जाता है जो 300 से 900 के बीच होता है। आमतौर पर 700 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन देते हैं तो आपका सिबिल स्कोर देखा जाता है। इसके आधार पर कई निर्णय लिए जाते हैं जैसे आवेदन स्वीकृत करना है या अस्वीकृत, क्रेडिट लिमिट, ब्याज दर, आदि।
सिबिल स्कोर की गणना सिबिल ब्यूरो करता है। यह बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों से आपकी भिन्न-भिन्न प्रकार की जानकारी लेता है जैसे आपके पुनर्भुगतान रिकॉर्ड, आपने कितनी बार कहाँ-कहाँ आवेदन किया, क्रेडिट कार्ड लिमिट से कितना प्रतिशत उपयोग किया, आदि। ऐसी सारी जानकारियां एक एल्गोरिदम में जाती है जिससे आपके सिबिल स्कोर की गणना होती है। आइये इन कारकों को विस्तार से समझते हैं।
आपका सिबिल स्कोर समय के साथ बदलता रहता है। यह स्कोर कई कारकों पर निर्भर करता है। आइये इसे प्रभावित करने वाले 5 मुख्य कारकों को समझते हैं –
यह आपके सिबिल स्कोर को घटाने या बढ़ाने का सबसे महत्वपूर्ण कारक है। आपके सिबिल स्कोर की गणना में 35% अहमियत आपके भुगतान इतिहास की होती है। समय पर लोन और क्रेडिट कार्ड भुगतान करने पर सिबिल स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इसका मतलब आपके द्वारा लिए गए लोन की कुल राशि। सिबिल स्कोर गणना में इसकी अहमियत 30% होती है।
इस कारक से पता चलता है कि आपके द्वारा लिए गए सारे लोन की औसत अवधि कितनी है।
यह बताता है कि हाल ही में आपने कितने लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया है।
इससे आपके ऋणों के मिश्रण के आधार पर देखा जाता है। इसमें यह भी देखते हैं कि आपने कितने सुरक्षित और असुरक्षित लोन लिए हैं |
आपका सिबिल स्कोर समय के साथ बदलता रहता है। यह स्कोर कई कारकों पर निर्भर करता है। आइये इसे प्रभावित करने वाले 5 मुख्य कारकों को समझते हैं –
यह आपके सिबिल स्कोर को घटाने या बढ़ाने का सबसे महत्वपूर्ण कारक है। आपके सिबिल स्कोर की गणना में 35% अहमियत आपके भुगतान इतिहास की होती है। समय पर लोन और क्रेडिट कार्ड भुगतान करने पर सिबिल स्कोर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इसका मतलब आपके द्वारा लिए गए लोन की कुल राशि। सिबिल स्कोर गणना में इसकी अहमियत 30% होती है।
इस कारक से पता चलता है कि आपके द्वारा लिए गए सारे लोन की औसत अवधि कितनी है।
यह बताता है कि हाल ही में आपने कितने लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया है।
इससे आपके ऋणों के मिश्रण के आधार पर देखा जाता है। इसमें यह भी देखते हैं कि आपने कितने सुरक्षित और असुरक्षित लोन लिए हैंz
आपकी सिबिल रिपोर्ट में सारी जानकारी सही होना ज़रूरी है। अगर कुछ गड़बड़ी लग रही है तो यह करें –
समय-समय पर अपना क्रेडिट स्कोर चेक करते रहने के कई फायदे हैं। क्रेडिट स्कोर से बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान यह देखते हैं कि आपको उधार देने में कितना जोखिम है। अगर स्कोर कम हुआ है तो लोन मिलने में मुश्किल हो सकती है और अपनी शर्तों पर मिलना कठिन हो सकता है।
अगर आपकी रिपोर्ट में कोई त्रुटियां हैं तो उन पर तब ही कार्रवाई करवा पाएंगे जब आपको उसकी जानकारी हो। इस वजह से क्रेडिट स्कोर पर नज़र रखनी चाहिए। ऐसा करने पर धोखाधड़ी से भी बच पाएंगे और अच्छा स्कोर बनाए रख पाएंगे।
आप जान गए हैं कि सिबिल स्कोर कैसे चेक करना है. पर सिबिल स्कोर बढ़ाने के लिए सबसे ज़रूरी यह है कि आप हमेशा समय पर सारे लोन और क्रेडिट कार्ड ईएमआई का भुगतान करें। आइये देखते हैं सिबिल स्कोर कैसे ठीक करें –
आपको अपने सारे क्रेडिट कार्ड का उपयोग उसकी सीमा का 30% या उससे कम ही करना चाहिए। जैसे अगर 3 लाख की सीमा है तो 90000 से ज़्यादा खर्च नहीं करने चाहिए।
केवल एक ही उधार के प्रकार तक खुद को सीमित न रखें। भिन्न-भिन्न प्रकार के लोन लेने से यह साबित होता है कि आप लोन को संभालने में सक्षम हैं।
इससे यह पता चल जाएगा कि सिबिल रिपोर्ट में कोई गलती नहीं है। कुछ गलत जानकारी होने से स्कोर कम हो सकता है।
आपका हर लोन आवेदन रिपोर्ट किया जाता है। आपको लोन आवेदन देने से पहले सारी जानकारी अच्छे से देख लेनी चाहिए जैसे योग्यता शर्तें और आवश्यक दस्तावेज ताकि लोन स्वीकृति की संभावना बढ़ जाए।
क्रेडिट इतिहास जितना लंबा होता है, व्यक्ति को उतना ही भरोसेमंद माना जाता है।
क्रेडिट इतिहास जितना लंबा होता है, व्यक्ति को उतना ही भरोसेमंद माना जाता है।
आपको सिबिल चेक ऑनलाइन करने के लिए कौन-कौनसे कागज़ लगेंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस माध्यम से इसे चेक कर रहे हैं। आमतौर पर आपको इन दस्तावेजों की ज़रूरत पड़ सकती है –
यह डॉक्यूमेंट होना अनिवार्य है। इसकी जानकारी दिए बिना आप कहीं से भी सिबिल स्कोर चेक नहीं कर सकते हैं। आप इसके साथ अन्य जानकारी जैसे जन्म तिथि दर्ज करके सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं।
पैन कार्ड के साथ आइडेंटिटी प्रूफ के रूप में आधार कार्ड की जानकारी देकर आप सिबिल स्कोर ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
आप वोटर आईडी, पासपोर्ट और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे कागज़ों की जानकारी बतौर पहचान प्रमाण देकर भी सिबिल चेक ऑनलाइन करने की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
आप जान गए हैं कि सिबिल स्कोर कैसे चेक करना है. पर सिबिल स्कोर बढ़ाने के लिए सबसे ज़रूरी यह है कि आप हमेशा समय पर सारे लोन और क्रेडिट कार्ड ईएमआई का भुगतान करें। आइये देखते हैं सिबिल स्कोर कैसे ठीक करें –
आपको अपने सारे क्रेडिट कार्ड का उपयोग उसकी सीमा का 30% या उससे कम ही करना चाहिए। जैसे अगर 3 लाख की सीमा है तो 90000 से ज़्यादा खर्च नहीं करने चाहिए।
केवल एक ही उधार के प्रकार तक खुद को सीमित न रखें। भिन्न-भिन्न प्रकार के लोन लेने से यह साबित होता है कि आप लोन को संभालने में सक्षम हैं।
इससे यह पता चल जाएगा कि सिबिल रिपोर्ट में कोई गलती नहीं है। कुछ गलत जानकारी होने से स्कोर कम हो सकता है।
आपका हर लोन आवेदन रिपोर्ट किया जाता है। आपको लोन आवेदन देने से पहले सारी जानकारी अच्छे से देख लेनी चाहिए जैसे योग्यता शर्तें और आवश्यक दस्तावेज ताकि लोन स्वीकृति की संभावना बढ़ जाए।
क्रेडिट इतिहास जितना लंबा होता है, व्यक्ति को उतना ही भरोसेमंद माना जाता है।
अगर आप मुफ्त में सिबिल स्कोर ऑनलाइन चेक करना चाहता हैं तो इन चरणों को पूरा करें-
पर अगर आप ज़ाईप उपयोगकर्ता हैं तो ऐप के एनालाइज सेक्शन में जाकर अपना क्रेडिट स्कोर और अन्य जानकारी जान सकते हैं। ज़ाईप इंस्टेंट लोन ऐप पर आपको 5 मिनट से कम की आवेदन प्रक्रिया पूरी करके ₹5 लाख तक का पर्सनल लोन मिल सकता है। ऐप डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें। अब आप जान गए हैं कि अपना सिबिल चेक कैसे करें।
यह टेबल की मदद से आप समझ पाएंगे कि कौनसी रेटिंग कितनी अच्छी या ख़राब मानी जाती है।
आमतौर पर अगर आपका सिबिल स्कोर 700 से ऊपर है तो बैंक और एनबीएफसी आपको भरोसेमंद उधारकर्ता समझती है। इससे आपका लोन आवेदन स्वीकृत होने की और प्रीमियम क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना बढ़ जाती है। अधिक क्रेडिट स्कोर आपको कम ब्याज दरों और शुल्कों के लिए भी योग्य बना सकता है।
सिबिल स्कोर | रेटिंग |
---|---|
800+ | उत्कृष् |
700-749 | बहुत अच्छा |
700-739 | अच्छा |
670-699 | ठीक-ठाक |
669 या उससे कम | बहुत खराब |
1. ज़ाइप एप डाउनलोड करें और मोबाइल नंबर और ओटीपी डालकर अपना अकाउंट बनाएं।
2. अपनी जानकारी दें जैसे नाम, पैन, आदि. इससे आपको लोन लिमिट मिल जाएगी।
3. इसके बाद केवाईसी पूरा करने के लिए आधार नंबर डालें और ऑनलाइन सेल्फी लें।
4. बस इसके बाद आपको लोन राशि और अवधि चुननी होगी और आपको लोन प्राप्त हो जाएगा।
आप सिबिल स्कोर सिबिल की आधिकारिक वेबसाइट या किसी अन्य वेबसाइट या ऐप की मदद से खुद चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस ज़रूरी जानकारी जैसे पैन कार्ड, नाम, आदि बताना होगा और आपको तुरंत सिबिल स्कोर पता चल जाएगा।
वैसे तो सिबिल ब्यूरो आपका स्कोर 30 से 45 दिन में अपडेट करता है पर इसे ठीक होने में कुछ महीनों से लेकर कुछ साल लग सकते हैं। यह आपकी क्रेडिट गतिविधियों पर निर्भर करता है।
फोन पर सिबिल स्कोर चेक करने के बहुत तरीके हैं। आप सिबिल की वेबसाइट से कर सकते हैं, उसकी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं या अन्य माध्यमों से चेक कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको ज़रूरी जानकारी देनी पड़ेगी और तुरंत स्कोर पता चल जाएगा।
सिबिल चेक करने के लिए पैन कार्ड होना अनिवार्य है। आप बिना पैन की जानकारी दिए सिबिल चेक नहीं कर पाएंगे।
आपके बार-बार क्रेडिट स्कोर चेक करने से स्कोर कम या ज़्यादा नहीं होगा। आपको महीने में एक बार या लोन आवेदन देने से पहले स्कोर चेक कर लेना चाहिए। इससे धोखाधड़ी का पता चल सकता है और आप बेहतर वित्तीय निर्णय ले पाते हैं।
हर लोन कंपनी की पैसे उधार देने के लिए न्यूनतम सिबिल स्कोर मांग अलग-अलग होती है। आमतौर पर 700 से ज़्यादा सिबिल स्कोर वालों को लोन आसानी से मिल जाता है।
500 सिबिल स्कोर पर पर्सनल लोन मिलने में परेशानी हो सकती है। इसके लिए आप कम राशि के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं या कोई संपत्ति गिरवी रखकर सुरक्षित लोन ले सकते हैं।
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